मानवता हुई शर्मसार , कचरे के ढेर पर मिली बुजुर्ग

हरदा - टिनचिंग ग्राउंड़ के कचरा के ढेर पर एक 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला को सफाई कर्मचारी को दिखाई दी सफाई कर्मचारी ने इसकी सूचना वृद्धाश्रम को दी, इसके बाद वृद्धाश्रम की सार्थक सेवा समिति टीम पहुंची और बुजुर्ग महिला को ऑटो में बिठाकर वृद्धाश्रम लेकर गई। बुजुर्ग महिला के दो बेटे एवं एक बेटी दामाद है पर वो इनमे से किसी के पास भी रहने को तैयार नहीं है
मानवता को शर्मसार करने वाले कई किस्से अपने सुने होंगे और देखे होंगे, ऐसा ही मानवता को शर्मासार करने वाला मामला हरदा शहर के सिविल लाईन थाना क्षेत्र के टीनचिंग ग्राउंड पर देखने को मिला यहां कचरे के ढेर पर 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला को कोई अज्ञात छोड़ गया। बुजुर्ग महिला अपना नाम जीजा बाई बात रही है जो हरदा शहर के ही फ़ाईल वार्ड की निवासी होना बात रही है जिसकी उम्र लगभग 80 वर्ष है। जो शहर का कचरा उठाकर टीनचिंग ग्राउंड तक छोड़कर आने वाले सफाई वाहन चालक सुनील दोहर को दिखी तो सुनील ने बुजुर्ग महिला से बात की तो उन्होंने अपना नाम पता बता दिया लेकिन उन्हें यहां इस हाल में कौन छोड़ कर गया इसपर वह कुछ नहीं बोल पाई वह बता रही अपनी मर्जी से यहां आई है लेकिन आपको यह भी बता दे की महिला दोनों आंखों से देख नहीं सकती फिर इस टिंचिंग ग्राउंड तक कैसे पहुँची यह एक जांच का विषय है। इसके बाद सुमित दोहर ने वृद्ध आश्रम को जानकारी दी इसके बाद वृद्धाश्रम की सार्थक सेवा समिति की टीम घटनास्थल पर पहुंची और बुजुर्ग महिला को ऑटो में बैठाकर वृद्धाश्रम अपने साथ ले गई। बातो ही बातो मे बुजुर्ग महिला अपने दामाद रामदास को कोसते हुए दिख रही है बुजुर्ग महिला बोल रही है उसको कीड़े पड़ेंगे, अब मेरा नाता छूट गया उससे, अब मै रामदास के घर नहीं जाउंगी, मर भी जाउंगी तो उसको संदेसा नहीं भेजूंगी। इससे ऐसा लगता है की दामाद रामदास ने ही बुजुर्ग महिला से मारपीट जैसी घटना को अंजाम दिया होगा
वही मयंक काले ( वृद्धाश्रम की सार्थक सेवा समिति सदस्य ) ने बताया की हम बुजुर्ग के परिजनों से संपर्क में है उनका कहना है बुजुर्ग मानसिक रूप से विक्षिप्त है इनका एक बेटा लातूर में रहता है जबकि दूसरा बेटा हरदा में रहकर मजदूरी करता है दामाद हरदा में ही सशकीय सेवा में है बुजुर्ग अभी किसी के पास रहना नही चाहती है यहाँ बिल्कुल स्वस्थ है और यही पर इलाज चल रहा है