"सपनों की उड़ान" एनजीओ का कार्यक्रम संपन्न : "शिक्षा से बनने का भविष्य , स्वास्थ्य से मिलेगा संबल "

हरदा- 'सपनों की उड़ान' एनजीओ ने "शिक्षा से बनेगा भविष्य, स्वास्थ्य से मिलेगा संबल" के आदर्श वाक्य के साथ अपने पहले कार्यक्रम का सफल आयोजन किया। इस अवसर पर 10वीं और 12वीं कक्षा में 80% से अधिक अंक प्राप्त करने वाले मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। इन विद्यार्थियों को एनजीओ की ओर से प्रशस्ति पत्र (सर्टिफिकेट) प्रदान किए गए, जिससे उनकी कड़ी मेहनत को सराहा जा सके और उन्हें अपने शैक्षिक सफर में और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया जा सके।
एनजीओ के संस्थापक कमलेश बड़ोदे ने कहा, "हमारी यह पहल उन विद्यार्थियों को सम्मानित करने के लिए है जिन्होंने कठिन परिश्रम और समर्पण के साथ अपनी परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। हम चाहते हैं कि वे अपनी शिक्षा को जारी रखें और देश के निर्माण में अपना योगदान दें।"
कार्यक्रम के दौरान, 'सपनों की उड़ान' एनजीओ के मिशन और उद्देश्यों को भी साझा किया गया, जिसमें शिक्षा और स्वास्थ्य के माध्यम से समाज के कमजोर वर्गों के बच्चों के भविष्य को संवारने का संकल्प लिया गया। इस कार्यक्रम को एक नई शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है, जो देश के युवाओं में शिक्षा और स्वास्थ्य के महत्व को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है।
"सपनों की उड़ान" के बारे में: 'सपनों की उड़ान' एक एनजीओ है जो शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्रों में कार्यरत है, ताकि समाज के सबसे वंचित वर्गों के बच्चों को उचित सुविधाएँ मिल सकें। एनजीओ का उद्देश्य है देश के हर बच्चे तक ज्ञान और स्वास्थ्य पहुँचाना और उनके उज्ज्वल भविष्य का निर्माण करना।