ना फैलता है यह स्पर्श से,
ना ही हाथ मिलाने से!
ये बस एक बीमारी है,
जो ख़त्म होगी हमारे जागरूक हो जाने से !!

 

एड्स के प्रति जागरूकता हेतु परिचर्चा, संगोष्ठी एवं मानव श्रृंखला का आयोजन किया गया-

 

 

हरदा- हरदा आदर्श महाविद्यालय हरदा की  राष्ट्रीय सेवा योजना  इकाई द्वारा "विश्व एड्स दिवस" के उपलक्ष्य में थीम - अधिकारों की राह अपनाएं - मेरा स्वास्थ्य मेरा अधिकार में “एड्स मुक्त भारत” विषय पर महाविद्यालय की प्राचार्या रुबीना अली के मार्गदर्शन एवं रासेयो कार्यक्रम अधिकारी तपिश सोलंकी के नेतृत्व में महाविद्यालय के सभागार में एड्स की जागरूकता पर परिचर्चा कर संगोष्ठी  का आयोजन किया गया।इसके पश्चात मानव श्रृंखला बना कर एड्स के प्रति जागरूकता की शपथ दिलाई गई। जिसमें विज्ञान विभाग के सहायक प्राध्यापक महेंद्र सोलंकी द्वारा कहा  गया कि विश्व में हर वर्ष 1 दिसंबर को एड्स दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत में 23 लाख लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं हमारे समाज के लिए चिंता का विषय है और इस बीमारी के प्रति जितनी जागरूकता फैलाई जाएगी उतना ही बीमारी से बचा जा सकता है, जागरूकता ही सुरक्षा है।रेड रिबन के प्रभारी प्रभुदयाल उमरिया ने एड्स के विषय में विस्तृत जानकारी दी और इसके विभिन्न परिणाम के बारे में भी सचेत किया एवं विद्यार्थियों के द्वारा मानव श्रृंखला बनाकर एड्स के प्रति जागरूकता का संदेश दिया। इस अवसर पर रेड रिबन सह प्रभारी अंकिता यादव,योगिता गौर,कविता धुर्वे,संदीप खरे, दीपिका गौर, नवीन दायमा एवं समस्त शैक्षणिक स्टाफ शामिल रहा।

न्यूज़ सोर्स : कपिल घाटे - 9039537626