किसान कांग्रेस ने मूंग की उपज के पैसे नहीं मिलने को लेकर किया जल सत्याग्रह संबंधित कंपनी पर हो एफ आई आर दर्ज थाने में दिया ज्ञापन

कांग्रेस ने मूंग की उपज के पैसे नहीं मिलने को लेकर किया जल सत्याग्रह संबंधित कंपनी पर हो एफ आई आर दर्ज थाने में दिया ज्ञापन
हरदा/ नर्मदा नदी तट पर हंडिया घाट में किसानों के सब्र का बांध टूट गया, जब उन्होंने समर्थन मूल्य पर बेची गई मूंग की उपज का भुगतान नहीं मिलने के विरोध में नर्मदा तट पर उग्र प्रदर्शन किया। किसान कांग्रेस के नेतृत्व में किए गए इस प्रदर्शन में किसानों ने सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज उठाते हुए हवन किया और उफनती नर्मदा नदी में जल सत्याग्रह कर अपनी मांगें
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि सरकार ने मूंग खरीदी के नाम पर किसानों को धोखा दिया है। किसान कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष मोहन विश्नोई ने कहा कि पहले तो किसानों की उपज कम मात्रा में खरीदी गई, और जब दबाव में आकर सरकार ने खरीदी बढ़ाई, तब भी भुगतान में गंभीर देरी की गई। इस देरी का असर यह हुआ कि सैकड़ों किसान बैंकों में डिफॉल्टर हो गए, और कई किसान फसल बीमा की प्रीमियम तक जमा नहीं कर पाए। राजीव गांधी पंचायती राज संगठन के प्रदेशाध्यक्ष हेमंत टाले ने चेतावनी दी कि आगामी खरीफ सीजन के लिए समय पर भुगतान न होने की स्थिति में किसान आर्थिक संकट में फंस सकते हैं, क्योंकि उन्हें खाद और बीज के लिए साहूकारों से उधार लेना पड़ रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि देरी से भुगतान के लिए किसानों को ब्याज के साथ मुआवजा दिया जाए और बिना किसी और देरी के सभी लंबित भुगतान तुरंत किए जाएं। इस प्रदर्शन के दौरान किसानों ने हंडिया थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपते हुए खरीदी एजेंसी पर एफआईआर दर्ज कराने की मांग भी की। वहीं, विपणन संघ के अधिकारियों ने जानकारी दी कि जिले में अब तक 844 करोड़ रुपये की मूंग खरीदी गई है, जिसमें से 625 करोड़ का भुगतान हो चुका है। बाकी 219 करोड़ रुपये का भुगतान एक हफ्ते के भीतर पूरा कर दिया जाएगा।
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