विश्व धरोहर दिवस अवसर पर 18 अप्रैल को उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम लिमिटेड द्वारा प्रदेश के पांच प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों-वाराणसी, लखनऊ, प्रयागराज, झांसी और आगरा में विशेष हेरिटेज वॉक का आयोजन किया जा रहा है. यह जानकारी उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी.

जयवीर सिंह ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य आम लोगों, विशेषकर युवाओं को राज्य की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत से जोड़ना है. हेरिटेज वॉक के माध्यम से प्रतिभागियों को इन शहरों की गौरवशाली विरासत, स्थापत्य कला और सांस्कृतिक महत्व से परिचित कराया जाएगा. कार्यक्रम में स्थानीय गाइड, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और पारंपरिक व्यंजनों का भी समावेश किया गया है. दरअसल, राज्य सरकार का उद्देश्य पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ धरोहर स्थलों के संरक्षण और जागरूकता को भी सुदृढ़ करना है.

गाइड ऐतिहासिक स्थलों की जानकारी देंगे- जयवीर सिंह
पर्यटन मंत्री ने बताया कि 18 अप्रैल को यूपीएसटीडीसी की अपटूअर्स ट्रैवल डिवीजन द्वारा हेरिटेज वॉक का आयोजन किया जाएगा. इस कार्यक्रम के तहत प्रतिभागियों को विशेष रूप से प्रशिक्षित गाइड ऐतिहासिक स्थलों की जानकारी देंगे. इस भ्रमण के दौरान पर्यटक न केवल प्रदेश की समृद्ध ऐतिहासिक विरासत से रूबरू होंगे, बल्कि उन्हें स्थानीय लोक कला, संस्कृति, व्यंजन और हस्तशिल्प की विविधता का अनुभव भी मिलेगा. कार्यक्रम का उद्देश्य उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को जन-जन तक पहुंचाना है.

जयवीर सिंह बोले- आयोजन के लिए विशेष पैकेज तैयार
पर्यटन मंत्री ने बताया कि प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों पर हेरिटेज वॉक के आयोजन के लिए विशेष पैकेज तैयार किए गए हैं. हेरिटेज वॉक के दौरान प्रतिभागियों को ट्रांसपोर्ट, गाइड सेवा, प्रवेश शुल्क, नाश्ता आदि की सुविधाएं प्रदान की जाएंगी. यह वॉक लगभग ढाई से तीन घंटे की होगी. पैकेज शुल्क इस प्रकार निर्धारित किया गया है. आगरा- 899 रुपए प्रति पर्यटक, वाराणसी- 475 रुपए प्रति पर्यटक, झांसी- 850 रुपए प्रति पर्यटक, प्रयागराज- 500 रुपए प्रति पर्यटक, लखनऊ- 800 रुपए प्रति पर्यटक है.

पर्यटन स्थलों का निरंतर विकास हो रहा-जयवीर सिंह
उन्होंने बताया कि शुल्क में जीएसटी शामिल है. पैकेज की बुकिंग यूपीएसटीडीसी की वेबसाइट www.upstdc.co.in से होगी. उत्तर प्रदेश पर्यटन के क्षेत्र में तेजी से विकास करने वाला राज्य है. अभी हम घरेलू पर्यटन में देश में पहले स्थान पर हैं, विदेशी पर्यटन में भी यह उपलब्धि हासिल करने का प्रयास किया जा रहा है. इसके लिए पर्यटन स्थलों और पर्यटक सुविधाओं का निरंतर विकास किया जा रहा है. ताकि अधिक से अधिक सैलानियों को आकर्षित किया जा सके.