हरदा-
देशभर की मंडियों में किसानों की फसल को चाहे व्यापारी हो या समर्थन मूल्य पर खरीदी हो FAQ(फेयर एवरेज क्वालिटी) के आधार पर ही खरीदी जाती है लेकि आज किसान की जाली हुई फसल को अच्छी फसल से भी ज्यादा भाव मे बेची गई ।
 हरदा जिले की टिमरनी विधानसभा क्षेत्र के वन ग्राम ,रूटबर्रा के आदिवासी किसान मांगीलाल और उनकी पत्नी की रातों रात दुनिया ही उजड़ गई और मुसीबतों का पहाड़ उन पर आ गिरा  शाम को जब वह काम से घर लौट कर आए तो देखा उनके घर को आग ने पूरी तरह जला कर राख कर दिया था साथ ही घर में रखी हुई ,गेहूं और चने की फसल भी जल चुकी थी हालत यह थी की ना खाने के लिए कुछ बचा था ना ही पहनने के लिए कपड़े जब किसान अपनी अधजली फसल को बेचने का प्रयास किया तो व्यापारियों ने खरीदने से इनकार कर दिया गया और फाडिया व्यापारियों द्वारा ब मुश्किल 500 रुपया कुंटल का भाव बताया गया।

टिमरनी विधायक किसान की जली हुई फसल खुद ट्रेक्टर चला कर, सिराली मंडी पहुंचे और सिराली के व्यापारियों से निवेदन कर कहा की मेने आज तक आप लोगो से कुछ नही मांगा, आज पहली बार आपसे  इस लाचार गरीब किसान के लिए कुछ  मांग रहा हूं 
मैं जानता हूं की इस से आपका नुकसान होगा पर एक बार फायदे या नुकसान के लिए नहीं बल्कि मानवता का परिचय देते हुए गरीब किसान की मदद करिए ।
जिसका परिणाम यह हुआ कि अधजली और गीले गेहूं तथा चने की फसल का भाव एक अच्छे गेंहू चने से भी अधिक मिला गेंहू 2501और चने का भाव 6011 रुपया प्रति कुंटल के भाव से किसान को मिला ।
टिमरनी विधायक अभिजीत शाह ने न केवल 15 हजार रुपयों की मदद  की अपितु गरीब आदिवासी किसान के पूरे परिवार को पहनने और ओढ़ने बिछाने के कपड़ों  के साथ बर्तन, एवम राशन दिलवाया गया ।

 मानवता का परिचय देते हुए किसान की जिंदगी में भगवान का स्वरूप बन कर आए व्यापारी विवेक सोमानी ने पीड़ित किसान की फसल इतने ऊंचे दाम पर खरीदी व्यापारी विवेक सोमानी से का कहना है कि फसल बहुत ही खराब हो चुकी है वो इसे उपयोग मे नही ला पाएंगे फसल  खरीदने का उद्देश्य केवल किसान की मदद करना था हम सभी को मानवता का परिचय देना चाहिए ।

न्यूज़ सोर्स : सलीम शाह - 8982369770