हरदा। सरकार द्वारा किसानों 

की सुविधा के लिए अनेक प्रकार की योजनाएं चलाई रही है। किसानों को अपने छोटे-मोटे काम के लिए कार्यालयों के चक्कर नही काटना पड़े ओर अपने इस कार्य के लिए रिश्वत न देनी पड़े, इसलिए ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध कराई गई है। लेकिन जानकारी के अभाव में सीधे-सादे किसान इस योजना का लाभ उठाने से वंचित रह जाते हैं। इसी का फायदा उठाकर अधिकारी कर्मचारी अपना हित साधने का रास्ता निकाल लेते हैं। ऐसा ही मामला हरदा जिले की रहटगांव तहसील का प्रकाश में आय है यहां पदस्थ एक पटवारी के एक किसान से ऋण पुस्तिका देने के नाम पर दो हजार रुपए मांगे तब सम्बंधित किसान ने अपने मोबाइल से एक वीडियो बना लिया, जिसमें किसान और पटवारी प्रहलाद धानक के बीच हुई बात को रिकार्ड की गई। किसान ने अपने परिवार के जमीनी बंटवारे की भू अधिकार पुस्तिका मांगे जाने के एवज में पटवारी धानक के द्वारा तहसीलदार को पैसे देने और इस काम के बदले एक हजार रुपए से कम नही लेने की बात की जा रही है। किसान और पटवारी के बीच हुए बात की सत्यता की हम पुष्टि नही करते।इस मामले को लेकर रहटगांव के कुछ लोग किसान के साथ तहसीलदार श्वेता बमोरे के पास भी पहुंचे  और उन्हें यह वीडियो क्लिप दिखाई 

तहसीलदार के नाम से भी मांगी रिश्वत

पटवारी पहले धनक ने किसान से ₹2000 मांगे थे उसका कहना था कि इसमें से ₹1000 तो तहसीलदार को देना पड़ेंगे। जब किसान ने कुछ कम करने की बात कहीं तो पटवारी का कहना था कि ₹500 तो कोटवार ही ले लेता है। चार पाँच सौ देकर पटवारी की वैल्यू क्यों खराब कर रहे हो।

तहसीलदार ने पटवारी को थमाया नोटिस

आज इस मामले के संबंध में किसान को अपने बयान दर्ज करने के लिए रहटगांव तहसील कार्यालय बुलाया गया था। बयान दर्ज करने के पश्चात पटवारी धानक को कारण बताओ नोटिस जारी जबाब तलब किया गया । नोटिस में कहा गया है कि आपके खिलाफ ₹2000 की रिश्वत मांगने का वीडियो कार्यालय को प्राप्त हुआ है, आप इस संबंध में अपना जवाब प्रस्तुत करें

न्यूज़ सोर्स : Salim Shah 8982369770