17 लाख की रजिस्ट्री घोटाले में एसडीएम के आदेश पर जांच करने पहुंचे रजिस्टर आरआई पटवारी की टीम

**देशमत की खबर का असर**
17 लाख की रजिस्ट्री घोटाले में एसडीएम के आदेश पर जांच करने पहुंचे रजिस्टर आरआई पटवारी की टीम
कृषि भूमि पर अवैध रूप से प्लाट बेचने के मामले में कलेक्टर ने एसडीएम को भूमि स्वामी को नोटिस जारी करने के लिए निर्देश
Updated on 30 May, 2024 05:51 PM
को देशमत ने प्रमुखता प्रकाशित की थी खबर (हरदा जिले की टिमरनी तसील का मामला)
शिकायतकर्ता ने कहा मैं जांच टीम की कार्यवाही से संतुष्ट नहीं हूं।
टिमरनी। राजस्व व उप पंजीयक विभाग की सयुक्त टीम शुक्रवार को 17 लाख रुपये की रजिस्ट्री घोटाले ओर एक ही भूमि को दो लोगो को बेचे जाने के मामले में एसडीएम के आदेश पर जांच करने सयुक्त टीम मौके पर पंहुची। जहा शिकायतकर्ता ओर भूमि स्वामी के सामने उक्त खसरा भूमि की जांच की गई। इस दौरान जांच टीम के अधिकारियों ने भूमि स्वामी से साठगांठ कर शिकायत कर्ता को गुमराह करते हुए जिस भूमि की शिकायत की गई अब वह भूमि उक्त स्थान से हटकर दूसरे स्थान पर बताते हुए नजर आए जबकि जो भूमि शिकायत कर्ता आरसी तोमर ने पहले ली थी और स्टांप पर लिखापढ़ी कराई गई थी ओर नक्शे खसरे में भी वही पर है जो भूमि स्वामी अमन एवं शारदा बाई ने दूसरे को बेची है जांच टीम ने पंचनामा तो बनाया लेकिन शिकायतकर्ता ने उक्त पंचनामे पर आपत्ति जताते हुए संतुष्ट नहीं होने की बात की और मामले को वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत कर उच्च स्तरीय जांच करने की मांग की है।
यह है सारा मामला
नगर के रहटगांव रोड पर वार्ड क्रमांक 15 में टिमरन नदी के किनारे स्थित कृषि भूमि जिसकी गाइडलाइन के अनुसार 23 लाख रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से रजिस्ट्री होनी थी लेकिन भूमि स्वामी रजिस्टर और स्टाम्प बेंडर ने मिलकर 23 लाख में होने वाली रजिस्ट्री को 6 लाख रुपए में करवा ली और 17 लाख रुपए का शासन को चूना लगाया गया वही जिस भूमि की रजिस्ट्री हुई है वह पहले से ही आरसी तोमर नाम के व्यक्ति को 9 लाख रुपये बयाना लेकर बेची गई थी जिसकी शिकायत एसडीम कलेक्टर रजिस्टर सहित अन्य विभाग के अधिकारियों को की थी जिसकी जांच को लेकर अधिकारियों की टीम पहुंची किंतु जांच टीम से भी आवेदक संतुष्ट नहीं हो सके। क्योंकि जांच टीम द्वारा भी आवेदक को गुमराह करते नजर आए।